प्रवासी मजदरों की समस्या।
भारत किस प्रकार प्रवासी मदूरों की मदद कर सकता है-

केंद्र सरकार-
हमें पता है कि कोरोनावायरस बहुत ही बड़ी समस्या है, परन्तु हम इस वायरस से लडने में सक्षम है।
हमे इस वायरस से लडने में सबसे पहले हमारे सभी मजदूरों व अन्य लोगों को उनके घर तक सुरक्षित पहुंचना चाहिए, इसके लिए केंद्र को सभी राज्य से विस्तार से बात करने की जरूरत है। हर राज्य एक जैसी व्यवस्था नहीं कर सकते इसलिए केंद्र को कुछ और ट्रेनें चलानी चाहिए और इसमें अंतर्रज्यीय ट्रेनों को भी कुछ सर्तो के साथ अनुमति देनी चाहिए इसके लिए उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश पर विशेष ध्यान देना चाहिए, क्योंकि इन राज्यो में प्रवासी मजदरों की संख्या सबसे ज्यादा है।
राज्य सरकारें-
राज्य सरकारें अपने नागरिकों को सुरक्षित रखने के लिए अपने राज्य में अधिकतम बस का संचालन करना चाहिए और इसके लिए जरूर है कि प्राइवेट बसो के संचालन के बारे में भी सोचना चाहिए ताकि अधिक बसे राज्यो में उपलब्ध हो पाए।

इस औरर्य के लिए राज्यो को दिशनिर्देश जारी करना चाहिए। सभी राज्य यह भी कर सकते है कि जितनी भी प्राइवेट बसें सड़कों पर चलेंगी उनके लिए देश की व्यवस्था की जाए और उस पर जो ड्राइवर और कंडक्टर हो उसकी सैलरी और उसके खाने-पीने का भी इंतजाम करें ताकि सभी बस मालिक अपनी बसें भेज सकें और उनके ऊपर भी किसी भी प्रकार का ज्यादा आज ना आए।
इस समय सबसे ज्यादा जरूरी यह है कि हमारे राज्य की और हमारे देश के सारे मजदूर भाई सुरक्षित अपने घर तक पहुंच सकें यदि वे सुरक्षित और सोशल डिस्टेंसिंग गोपालन करके अपने घर नहीं आते हैं तो यह बहुत ही भयानक हो सकता है और हमारे 50 दिन के लॉकड़ाउन का प्रभाव भी 0% हो सकता है, इसलिए ज्यादा जरूरी है कि हम सोशल distending का पालन करवा सकें इसके लिए ऊपर सुझाया गया सुझाव जो भी है उसको भी सरकारों को ध्यान में रखना चाहिए और राज्य सरकार और केंद्र सरकार को इस पर एक मत हो करके सोचना चाहिए।
इसके अलावा सभी सरकारों को सोचना चाहिए कि वे मजदूरों के खाने के इंतजाम पर और ध्यान दे ताकि हर व्यक्ति को खाना उपलब्ध हो सके।
साथ ही साथ सारी जनता को इस कितना वायरस के खतरे को समझना चाहिए और यह भी समझना सभी को यह भी समझना होगा कि अपनी और अपनों की सुरक्षा खुद ही करनी होगी क्योंकि इस वायरस की ना ही कोई दवा है और ना ही कोई अभी तक वैक्सीन खोजी जा सकी है,और इसकी वैक्सीन को खोजने में लगभग 1 वर्ष तक का समय लग सकता है तब तक हमें संयम से काम लेना होगा और अपने आप को सुरक्षित रखना होगा। हमें पूरा विश्वास है कि हमारे देश के नागरिक बहुत ही समझदार और अपने स्वास्थ्य के प्रति चिंतित रहने वाले हैं और यही अच्छाई हमें सभी देशों से करती है और हमें मनोबल प्रदान करती है।
साथ ही साथ हमें यह भी ध्यान में रखना चाहिए कि हमारे देश में जिस तरह की राजनीति होती है यह बिल्कुल भी उचित नहीं है इसमें सभी नेताओं को इस चीज का खासा ध्यान रखना चाहिए कि यह वायरस किसी भी पार्टी, नेता, जाति या धर्म को नहीं देखता है, यह एक राक्षस की तरह है और यह मानव दुश्मन है। हमें इस दुश्मन को एक साथ मिलकर हराना ही होगा अन्यथा मानव जाति को बहुत बड़ा खतरा हो सकता है।
आप सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद।
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