ओ प्यारी जिंदगी, अभी जीना चाहता हूं।
अभी अपने वक्त से, लड़ना चाहता हूं।
करता हूं इबादत, तेरी खुशियों की ।
तुझे मेरी सांसो में अभी, रखना चाहता हूं ।
अभी वक्त दे मेरी, इन हल्की सांसों को ।
मेरी सांसो से अभी, तुझे छूना चाहता हूं ।
हां वादा किया था, तेरी आजादी का ।
लेकिन अपने वादे से, मुकरना चाहता हूं।
1 दिन ये मौसम, ये रातें, सब छोड़ जायेंगे।
लेकिन हम दुनिया के, किसी कोने में होंगे।
देना तू साथ मेरा ऐ जिंदगी, जिंदगी भर।
हर वक्त, हर पल, तुझे जीना चाहता हूं।
हर लम्हा, हर दिन, मै तेरा साथ दूंगा ।
यकीन कर मुझपर, अब, तुझे ही जिऊंगा।
यह सांसे, यह धड़कन, यह बातें है तेरी।
दे- दे तू मोहलत, मै भी हूं तेरा ।
वकालत नहीं.., कर रहा हूं मैं मेरी ।
बस हिफाजत.., कर रहा हूं मैं तेरी ।
मुझे दे दो मौका.., यह बातें रोको।
ओ प्यारी जिंदगी, अभी जीना चाहता हूं।
अभी अपने वक्त से, लड़ना चाहता हूं I
#Amit_Dwivedi

Great words towards life.....
ReplyDeleteStudents life like
Kese guzar rahi hain sabhi puchte hain,
Kese guzaarta hoon pooche koi nahin...!!!
thank you
Deletenice line, I will try to add your lines in my next poem..